About :
http://www.GuruJiKeTotke.com/ World famous book for the solution of your daily problems like love marriage, money, business problems, earning, job, family.
Mission :
World,s Best Selling and Helping Book
Description :
Saral, sehej and sidhe sadhe upayon ki ek ati mehtvpurn pustak (book) hai. Isse purv is vishye ki kisi pustak ki itni maang nahi hui. Ismein maanv jivan mein aane vali har prkar ki smasya ke liye gopniye ttha prbhav shali 1500 totkon ko guru ji ne bahot hi sehej or saral bhasha mein prstut kiya he. Is pustak ki visheshta he ki, ismein anek gopniye, ati gopniye totke ki gopniyeta ko bhang krte hue guru ji ne janbhavna ko sarvopri mante hue kuch bhi shesh gopniye nahi rkha. Tbhi is pustak ko bhari safalta pryapt hui he. Aarmbh mein to iski itni bhari safalta or maang dekh kr guru ji khud aashcharye chakit ho gye the. Kam smye mein hi kisi pustak ke 5 sanskaran (revision) prkashit hona iski bhari sfalta ka udharn hai. Is vishye mein guru ji ka kehna he - totka ka aarth hai, koi sehej (simple) evam sidha upaye jise karke rog sankat or badha se chutkara paya ja sake. Totke har dharam mein prachlit hein or tantr vigyan ke hi ang (part) hain. Ye totke smaj mein pidi dar pidi chale aa rhe hein. Totke ki safalta ka rehesye sadhak ki apni safalta evam sankalp shakti hoti hai. Sabhi totke isi prakrtik niyam anusar hi work krte hein. Isi vjan se ye kaha gya hai - mantr, tirth, devta, gurujan, jyotishi, or aoushdhi ke prati purn aastha or vishvas hona aavshyk hai, anyetha inse laabh nahi mil skta. Prstut pustk mein mein ne kuch bhi nya nahi kiya hai, lekin vibhin dhrmon evam smajon mein prchlit evam upyogi totkon ko sangrahit kar sabke kalyan ke liye prastut kiya he, jinhe apna kar sardhak laabh le sktein hain.
‘गुरूजी के टोटके’ सरल, सहज व सीधे-सादे उपायों की एक अति महत्वपूर्ण पुस्तक है। इससे पूर्व इस विषय की किसी पुस्तक की इतनी मांग नही हुई। इसमें मानव जीवन में आने वाली हर प्रकार की समस्या के लिये गोपनीय तथा प्रभावशाली लगभग 1500 टोटकों को गुरूजी ने बहुत ही सहज व सरल भाषा में प्रस्तुत किया है। इस पुस्तक की विशेषता है कि इसमें अनेक गोपनीय, अति-गोपनीय टोटके की गोपीयता को भंग करते हुये गुरूजी ने जनभावना को सर्वोपरी मानते हुये कुछ भी शेष गोपनीय नही रखा। तभी इस पुस्तक की भारी सफलता (भारी मांग) हमेशा रही है। आरम्भ में तो इसकी इतनी भारी मांग देखकर गुरूजी स्वयं आश्चर्यचकित हो गये थे। अल्प अवधि में ही किसी पुस्तक के 5 संस्करण प्रकाशित होना उसकी भारी सफलता के उदाहरणा हैं।
इस विषय में गुरूजी का कहना है- टोटका का अर्थ है कोई सहज सरल एवं सीधा सा उपाय जिसे करके रोग संकट एवं बाधा से छुटकारा पाया जा सके। टोटके प्रायः हर धर्म एवं समाज में प्रचलित है, ये टोटके तंत्र विज्ञान के ही अंग हैं। ये टोटके समाज में पीढ़ी-दर-पीढ़ी चले आ रहे हैं। टोटके की सफलता का रहस्य साधक की अपनी संकल्प शक्ति होती है। सभी टोटके इसी प्राकृतिक नियम अनुसार ही कार्य करते हैं। इसी कारण तो कहा गया है- मंत्र, तीर्थ, देवता, गुरूजन, ज्योतिषी तथा औषधि के प्रति पूर्ण आस्था और विश्वास होना आवश्यक है, अन्यथा इनसे लाभ नहीं मिल सकता। प्रस्तुत पुस्तक में मैने कुछ भी नया नहीं किया अपितु विभिन्न धर्मों एवं समा में प्रचलित एवं उपयोगी टोटकों को संग्रहित कर जनकल्याण के लिए प्रस्तुत मात्र किया है जिन्हें अपनाकर साधक लाभ ले सकते हैं।
प्रस्तुत पुस्तक में पृष्ठ एवं कवर- 384 पृष्ठ हैं, हार्डबोर्ड में सुंदर कवर है।
पुस्तक का मूल्य- 300/-रू।
पुस्तक की भाषा- सरल हिन्दी।
उपलब्धता- मार्कीट के सभी पुस्तक भंण्डारों तथा
शुक्राचार्य ऐस्ट्रो प्रा. लि. में उपब्घ है।
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