Aye khuda mujhse kon si ye bhul ho gai,
jo meri jindagi hi mujhse yu dur ho gai.
mere khwab mere aasuo me kuchh yu bhah gae,
mere hisse me bas yadoo to dhul rah gai.
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ऐ ख़ुदा मुझसे कौन सी ये भूल हो गई,
मेरी जिंदगी ही मुझसे यू दूर हो गई।
मेरे ख़्वाब मेरे आंसुओं में कुछ यूं बह गए,
मेरे हिस्से में बस यादो की धूल रह गई।
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- KESHAV SHANDILYA