आजकल के छोरा छोरी का प्यार बड़ा गजब होता है। इतिहास गवाह है इक्की दुक्की को छोड़ दे तो लड़कियां तो कभी चवन्नी खर्च नहीं करती। छोरा बेचारा उधार के पैसों से कैंटीन के समोसे से लेकर सिनेमा हॉल के पॉप कॉर्न तक छोरी को खिला खिला कर सेहतमंद बनाता रहता है। आए दिन कोई ना कोई गिफ्ट दे कर छोरी का कमरा भरना तो उसका मानो फ़र्ज़ होता है। टेड्डी बियर की तो लाइन लग जाती है। पहले तो सिर्फ हैप्पी बड्डे होता था आजकल तो miss day, kiss day ना जाने कितने तो दिन आ गए है मार्केट में, एक गिफ्ट तो बनता है ना। और जो भाईसाहब छोरी बेवफा निकल जाए तो हज़ार गालियां देने के बाद छोरा आज तक का सारा हिसाब बता देता है। सारे गिफ्ट वापस चाहिए और क्या। लड़की बस इतना बोलेगी "CHEAPO"
हमारे नेता भी कुछ इसी तरह बावले हो गए है। पहले मोदी कि बुराई करने पर BJP वालों ने अमर्त्य सेन से भारत रत्न वापस मांग लिया था और अब मोदी कि बड़ाई करने पर कांग्रेसी लता मंगेशकर से भारत रत्न वापस लेने कि मांग कर रहे है। हद्द है भैया, हद्द है बेशर्मी की।
for more updates please like Diary of an Indian @ facebook