'कुटिल' मुस्कान , 'भाव रहित' हंसी 
जरा सम्भल कर रहना ऐ दोस्त मेरे 
'शाबाशी' और 'खंजर' "एक साथ" वही बसते हैं

 

 

****** अर्थ से परीपूर्ण इस दुनिया में अपने जीवन का अर्थ (उद्देश्य ) तलाशतें हुए..

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