"हम भी बाबा बन जाते हैं....................... "
उठा के चिमटा , लगा लंगोटी , हम भी बाबा बन जाते !
घी मे चुपडी -खाते रोटी , हम भी बाबा बन जाते !
!पढ-लिख कर क्या लिया उखाड , घुमे सडक पे झौंके भाड !
हिल्ले से लग जाते , हम भी बाबा बन जाते !!
भकतों का जब लगता मेला , जयकार लगाते चेली-चेला !
योगा भक्तों से करवाते , हम भी बाबा बन जाते !!
दूर शहर आश्रम बनवाते,सरकारी भूमी हथियाते !
नेता अफसर ढोक लगाते ,हम भी बाबा...
साथ में एक लड़की और केजरी , हम भी धरने पर जाते हैं !
करप्सन-२ चिल्लाते हैं , हम भी बाबा बन जाते हैं !!
पार्लियामेंट स्ट्रीट पर अड्डा जमा के , हल्ला गुल्ला मच्वाते हैं!
खुद खायेंगे १६ व्यंजन , जनता को भूखे मरवाते हैं, चलो हम भी बाबा बन जाते हैं!!
अपना घोटाला छुपा के रखो, विदेश का पैसा मंगवाते हैं, चलो हम भी बाबा बन जाते हैं!!
उठा के चिमटा , लगा लंगोटी , हम भी बाबा बन जाते हैं !!.................
Kuch toh hamari bhi oor tapakta...