अभी तो बहुत चलना है हमें
बहुत तपना है
बहुत सहना है
पीड़ा के चरम बिंदु पर
मेरे और तुम्हारे बीच
जो कुछ भी शेष रह जाएगा
वही हमारे रिश्ते को परिभाषित करेगा।
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- PRATAP SINGH
Comments (2 so far )
ETERNALME
Nice one pratap .
September 24th, 2013
Author
thank you so much
September 24th, 2013