इंतज़ार है उस लम्हे का
और हाँ वो ल्कम्हा आयेगा
ज्यादा वक़्त नहीं है बचा
प्यार तो हो ही जायेगा
अपने को यु खोते देखना
प्यार के विरोह को सहते रहना
प्यार में उसके हर पल है जीना
क्या प्यार होगा वो सच्चा??
दिल को अतरंगी रंगओ से पिरोना
आंसुओ संग मित्रता बढ़ाना
ढून्ढ में हूँ में सचा प्यार
सारे इन बाधाऊ के पार
जीने का सुख तेरे संग
वही होंगे ज़िन्दगी के हसीन च्चंद
खुशनसीब है जिन्हें प्यार मिला
रोशन है जीवन उन्ही का
अकेले चलते चलते थक चुकी हु में
कुछ पा नहीं पाई हु में
कर भी क्या सकती हु में
सिवा ढूढने के सचा प्यार
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- Anonymous
Comments (2 so far )
PRATAP SINGH
beautiful !
September 19th, 2013
Author
thnx...
September 19th, 2013