एक बूँद गिर के टूट गयी
कुछ अहसास बिखरे ,
कुछ सपने विदा हुए ,
रह गए बस मेजबान ..
बचा खुचा साफ़ करते ,
सहेजते, ताकि फिर से
कुछ अहसास आये,
कुछ सपने आयें ,
और कुछ बूंदे गिरें ..
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Comments (3 so far )
PRATAP SINGH
beautiful !
September 17th, 2013
Author
Thanks all .
September 17th, 2013