तेरे चेहरे पे जो खुशियों का बसेरा देखा
बाद मुद्दत के हमने अबके सवेरा देखा
हर इक लम्हा बेकार-ओ-बेसबब गुज़रा
जिस किसी रोज़ न हमने तेरा चेहरा देखा
तुम्हारे नाम का दीपक जला लिया मैंने
ज़ेहन-ओ-दिल में जब भी अँधेरा देखा
तेरा आने से पहले और तेरे जाने के बाद
हमने ख्यालों को तेरी यादों से घिरा देखा
चंद लफ़्ज़ों मैं ज़िन्दगी इतनी है बस
बहार भी देखी है और हमने सेहरा देखा
दुश्मन-ए-जाँ हमपे मेहरबान थे पर
हमने अपनों से ही जान को खतरा देखा
जो भी पाया यहीं का था यहीं छूट गया
कुछ भी दुनिया में न तेरा न मेरा देखा
-शिव
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- SHIV DIXIT
Comments (2 so far )
PRATAP SINGH
beautiful !
September 17th, 2013
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Thanks Pratap Singh Ji
September 17th, 2013