दिल को आराम तेरी आँखों से
दिल में कोहराम तेरी आँखों से

तेरी आँखों से मुहब्बत है शुरू
और अंजाम तेरी आँखों से

तू लब न खोले मगर लगता है
मिलते पैग़ाम तेरी आँखों से

तेरी आँखों से रात दिन हैं मेरे
ये सुबहो-शाम तेरी आँखों से

फेर ले आँखें ज़माना तो क्या
मुझको बस काम तेरी आँखों से

-शिव

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