अगर मुझे अपनी सारी ज़िन्दगी का एक शब्द में वर्णन करना हो तो वह है एकाकीपन और अगर फिर कभी जरुरत पड़ी तो इसे ही पुनः दोहरा दूँगी
अगर मुझे अपनी सारी ज़िन्दगी का एक शब्द में वर्णन करना हो तो वह है एकाकीपन और अगर फिर कभी जरुरत पड़ी तो इसे ही पुनः दोहरा दूँगी