रुखसत पर मेरी कोई आँख नम ना हो,
बस यही दुआ है खुदा से।
जो हैं मेरी जिंदगी के हर हिस्से में,
हर कहानी हर एक किस्से में,
जिंदगी से उनके खुशी कभी कम ना हो।
रुखसत पर मेरी कोई आँख नम ना हो,
बस यही दुआ है खुदा से।
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- JITENDRA SINGH