कुछ शब्द नहीं मिल रहे हैं ,
ढूंढ़ रहा हूँ कुछ मिले लिखने को
लम्बी राह है ,
कठिन डगर है
चलते जाना है ...
बूँद
बारिश
दरिया
सागर
बादल
चलते जाना है
जीवन चक्र में
चक्रव्यूह से पार जाना है
साथ रहना मेरे सफ़र में हमसफर
क्यूंकि
चलते जाना है ..
Tags:
Sign In
to know Author
- Anonymous