दिन में तो लिखते है ये दिमाग वाले
बयाना राज़-ए-दिल क्या लिया कभी रात स्याई में भीगे पन्नों पर .......
****** अर्थ से परीपूर्ण इस दुनिया में अपने जीवन का अर्थ (उद्देश्य ) तलाशतें हुए..
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- DHAKKANIYA SHILPI