चमक धमक , चका चौंद के वशीभूत है ये दुनिया 
देखतें हैं 'अपनी' सादगी लेकर तुम कहाँ तक जाओगी ....

 

 

 

****** अर्थ से परीपूर्ण इस दुनिया में अपने जीवन का अर्थ (उद्देश्य ) तलाशतें हुए..

Sign In to know Author