" नहीं बस और कुछ नहीं है मुझे तुमसे कहना " ••••••
हर बार यही कहना तुम्हारा
ये बेइंतेहा शिकायत नहीं तो है और क्या !!
****** अर्थ से परीपूर्ण इस दुनिया में अपने जीवन का अर्थ (उद्देश्य ) तलाशतें हुए..
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- DHAKKANIYA SHILPI