जाने क्या बात है, नींद नही आती बड़ी लंबी रातें
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मौसम ने ली है तेरी फिरकी तू भी बस अब "मौज़ ले " .................
****** अर्थ से परीपूर्ण इस दुनिया में अपने जीवन का अर्थ (उद्देश्य ) तलाशतें हुए..
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- DHAKKANIYA SHILPI