ये किस गली का रुख किया है तूने
है ही कौन वहाँ तेरा .....
मुसाफिर है तू ये याद रख
यूँ ही कारवाँ लिए शहरो गलियों से गुजरता चला जाएगा .......
****** अर्थ से परीपूर्ण इस दुनिया में अपने जीवन का अर्थ (उद्देश्य ) तलाशतें हुए..
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- DHAKKANIYA SHILPI