सबको जगाने वाली आज वो खुद सो गयी
सब में आग जला कर वो खुद आग हो गयी
अनजान होकर भी सबकी वो अपनी थी
गुमनाम होकर भी सबकी जुबां पर उसीका नाम था
कुछ दिनों के लिए आई वो एक अमानत ही थी
खुदा की अमानत मे खयानत हो गयी
शायद इसलिए उसकी रुखसती हो गयी
उससे शुरु लड़ाई अंजाम तक ज़रूर जाएगी
इस देश के कानून मे वो बदलाव लाएगी
फिर ना कभी इसे शर्मसार होना पड़ेगा
ना ही किसी नारी को दर्द झेलना पड़ेगा
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- Anonymous