लुटा दिया हमने भी महफिल-ऐ -इश्क़ में अपना सब कुछ उस दिन
जब उन्होंने कहा कि...
"तेरी सादगी" में ही तो गज़ब का "सुरूर" है


****** अर्थ से परीपूर्ण इस दुनिया में अपने जीवन का अर्थ (उद्देश्य ) तलाशतें हुए..

Tags: True Story

Sign In to know Author