जी हाँ, अगर आपने बदलाव का सपना देखा है तो किसी को अपना आंसू मत दिखाइए और न ही किसी के पास जाकर रोइए | दिमागी तौर पर मजबूत बनिये कयोंकि यहाँ माँ बाप के सपनों को कुचलना पड़ता है, अपने सपनों के चिता पर चढ़ कर जलना पड़ता है | दिल में एक सुन्दर कल की सपना को लेकर लगातार भागना पड़ता है, सुख-चैन सब छीन जातें है | माँ, बाप, भाई, बहन, चाचा, ताऊ सब बेगाने हो जातें है | दुनिया के नफरतो का सामना करना पड़ता हैं | हर कदम पर लड़ना पड़ता है | और किसी भी कदम पर आपको ऐसा लगे की आप नहीं झेल सकते, तो चुपचाप अपने भुतकाल में लौट जाइये | अपनी कमजोरियों से दुसरे साथी को कमजोर न करें | कैरियर, पढ़ाई, नौकरी जब दूर की बात हो जाती है और जेब में कल खाने के लिए पैसे नहीं होते ! और अंत में “ पंडित राहुल सक्रित्यान “ के “ घूमकर शास्त्र “ को जरुर पढ़ें | सब रोते रहेंगे, बिलखते रहेंगे बस आप को तय करना है की आपको क्या करना है | और जिस दिन आप तय कर लेंगे बदलाव आयेगा |