एक ख्वाब ऐसा भी है
जिसमे कोई एहसास मिले
बस प्यार सी गहरायी हो
फूलों सी हो कोमलता
कोई पंखुड़ी न मुरझाई हो
हो अडिग अटल ये विश्वास
हिमालय सी ऊचाई हो
एक ख्वाब ऐसा भी है
बस ह्रदय में सच्चाई हो
मेरा ही आधा प्राण हो तुम
मेरी ही परछाई हो
एक ख्वाब ऐसा भी है
जिसमे साड़ी याद समाई हो
हो तुम हमसे दूर-दूर
क्या चंदा हो काले मेघो की
बस हमसे ही शरमाई हो
एक ख्वाब है ऐसा भी जिसमे
साड़ी रात तुम अंजोराइ हो
एक ख्वाब ऐसा भी है
की बस तुम यादो में आई हो
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Comments (2 so far )
AANYA VERMA
awsm..i knew..;)
December 17th, 2012
Author
thanks a lot
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December 18th, 2012