माँ तुझ में कुछ कमी सी रह गयी
माँ कि आंखो से अश्रु बह निकले
बेटे से कुछ न बोली बस देखती रेह गयी
बेटा अपनी बीवी के बालो से खेलते हुए जोर से हंसा
और फिर कहा माँ तु इतनी बेवकूफ क्यु है
एक खन्जर माँ के सीने मे लगा पर बेटे को कुछ दिखाई न दिया
माँ तो गयी थी अपनी बेटे बहु से पाैती से मिलने
पर यहा तो माँ की कोई जरूरत ही नहीं
माँ अपने ही घर में बेगानी सी हो गई
माँ तुछ में कुछ कमी सी रह गई
बहू सास से बाेली सास तेरे खाने में नखरे बहुत हैं
सास खडे़ खड़े शर्मिंदगी से मर गई
बेटे की तरफ देखा कि शायद वो कुछ कहेगा
पर वाे जाकर बीवी के पलु में छुप गया
माँ कि आंखो से अश्रु बह निकले
बेटे से कुछ न बोली बस देखती रह गयी
माँ तुझ में कुछ कमी सी रह गयी
कहां कमी रह गई मेरी परवरिश में
माँ बस साेचती रह गई
क्यों बेटा कह न सका माँ ने 35 साल मेरी सेवा की है
हर नाज़ नखरे उठाये हैं हर ख्वाहिश पूरी की है
क्यों वाे कह न सका कि माँ का कृज बहुत है
अाज माँ की तबीयत ठीक नहीं ताे क्या हम दाे दिन
उनकी सेवा नही कर सकते
पर बेटा कुछ न बोला बस बीवी के पलु में छुपता गया
माँ से जरूर बाेला माँ तू कम खाया कर, मेरी बीवी रानी है
तेरी नाैकरानी नही, तू उससे खाना मत बनवाया कर
क्यों अाज की अाैलाद काे माँ बाप से दाैलत के महल तो चाहिए
पर उसी महल मे माँ बाप के लिए काेइ जगह नहीं
माँ फिर भी माँ है बाेली बेटा इतना ही कहुंगी
आज जहाँ मैं खड़ी हुं कल तुमने भी खडे़ हाेना है
बस दुअा करना तुम्हारी अाैलाद तुम्हें जीते जी न मारे
अाैर अगर एेसी अाैलाद हाे ताे तुम बेअाैलाद ही रह जाना
पर बुढ़ापे में अपनी अाैलाद के हाथों राेज़ तिल तिल न मरना
वक्त से पहले माैत अा जाती है जब अाैलाद दिल दुखाती है
तुम वाे गलती मत करना जाे हमने कि थी
अपने बच्चों पर सब कुर्बान करने से पहले उन्हें परख लेना
नही ताे कल तुम्हारी अाैलाद भी कहेगी
माँ तुझ में कुछ कमी सी रह गयी
बेटा फिर जाेर से हंसा माँ पर कि माँ तू सही में बेवकूफ रह गई
माँ तुझ में कुछ कमी सी रह गयी