So, how you allow the private taxi giant to operate in Country like India. When everyone know even the taxi driver that the fare rate of these taxi giant are not sustainable in the present market condition, why our policy makers are crazily encouraging these companies to operate. Everyone are well informed in the financial sector that after monopoly the relationship of the company and the customer will change so how the people at the helm are not concerned about all this.
अंधे हो गए है क्या?? पता नहीं चला रहा आपको की इस देश में क्या हो रहा है?? येसे कैसे हो सकता है कि सब लोगो ने सच बोलना छोर दिया और अन्धो के तरह किसी के पीछे भागने लगे | अरे भाई अभी न मजा आ रहा है | जरा सोचिये हर साल हजारो करोडो रूपया ये टैक्सी कंपनी घटा सह कर देश में टैक्सी चला रही है और सब कुछ जानते समझते हम चुप बैठे हुए हैं | कोइ मुहं खोलने को तैयार नहीं है | अरे कोई घटा का बिज़नेस चलता है क्या और अगर चलता है तो हमारी सरकार कानों में तेल डाले क्यों सोइ हुई है |
The policy makers and the beurocrat, the financial and market researcher know that these company has solid backing of big banks and financial sector. so they are sustaining in the market despite of heavy losses. They understand it very well that after monopoly it will be very easy for them to get their money back with lots of profit.
अरे पूरा देशी टैक्सी कंपनी को निगल रहा है ये, ऑटो वालो तक को नहीं छोर रहा है रे और सबको पता है कि जब इनका मार्किट पर मोनोपोली हो जायेगा तो ये जम कर पैसा कमाएंगी | जानते समझते हुए हम मार्किट को बर्बाद करने पर लगे हैं और मोनोपोली का खेल में फसतें जा रहे हैं | हो क्या गया है हमको | अरे बैन करो इनको, नया नियम कानून बनाओ, नया पालिसी बनाओ, कुछ भी करो लेकिन इस मोनोपोली को रोको नहीं तो भारत जैसे देश में ये बस नया लूट का एक अड्डा बन कर उभरेगा |
ये ओला, ये उबेर, इसमें बैंक पैसा लगा रहे हैं अरबो रूपया और आने वाले समय में खरबों रूपया कमाएंगे | बर्बाद कर रख देंगे ये टैक्सी कंपनीयां पूरा पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को | तो सँम्भलने का यही मौका है | अगर अभी नहीं सम्भले तो आने वाले समय में बहुत मुश्किल का सामना करना पर सकता हैं |