जे चाहलों कहियो भेटल नै
जे भेटल कहियो सोचलो नै
जे सोचलों कहियो भेटल नै
जे भेटल वो पसंद आयल नै

जे हरायल वो याद अबैत अई
जे पेलों वो सम्हैर नै रहल अई

अजीब पहेली अई जिंदगी क
जेकरा कियो सुलझा पबैत नै
जीवन म कहियो समझौता करय परय त कुनु पैघ बात नै
नै अई किया कि
झुकैत वेह अई जकरा में जान होइत छै
अकड़ त मरल के पहचान होइत छै
जिंदगी जिबै के दू तरीका होइत छै

पहिलुक:- जे पसंद हुए ओकरा हासिल केनाइ सीख लिय
दोसर :- जे हासिल हुए ओकरा पसंद केनाइ सीख लिय

Sign In to know Author