वह बहुत खुश था . हो भी क्यों ना , उसका प्यार उसे मिला था,पहला प्यार, सच्चा वाला • 6 साल से इन्तजार कर रहा था , इजहार न कर पाने का अफसोस करते हुए • ना जाने कितनी दुआए मानी, कितनी प्रार्थनाएं की,पर सब बेकार • जब नाउम्मीदी उम्मीद का चिराग़ बुझाने वाली थी ,तभी नामालूम कौन सी दुआ कबूल हो गई , और वो उसकी जिंदगी मे वापस आ गई •वो बहुत खुश था • उसने सुना था,'' सच्चा प्यार खुशनसीब को ही मिलता है"• वो खुद को खुशनसीब समझने लगा था• वो दोनों पास नहीं थे, हजारों मील दूर थे,एक दूसरे से • बस बातें होती थी,दीदार ना होता था •फिर भी। वो बहुत खुश था •सारा दिन whatsapp,Facebook ,call में ही जाता था•
कुछ महीने ऐसे ही बीते , valentine day आने वाला था • पहला valentine day, अपनी valentine के साथ • • सारे valentine week मे ,वो बहुत ज्यादा खुश था • उसने ढेर सारी planning की थी, gifts भी लिए थे,हर दिन के लिए,जब मिले,तब देने के लिए • कितना खुश था वो !!!
आज 14 feb है,valentine day , पर कोई msg नही आया,कोई call नहीं, उसने call भी लगाया,पर कोई respons ,नहीं • " सब ठीक तो है ???" सारा दिन यही सोच सोच के बैचैन रहा • ''फोन try करते करते उसकी उंगलीयां थक गयी थी • शाम होने को थी, मायूसियत मुंह चिढा रही थी . तभी उसके फोन की आवाज ने उसका चेहरा खिला दिया था •Message था, उसके प्यार का • उसने कांपते हाथों से button दबाया ,"मुझे माफ कर देना, मैं किसी और से प्यार करती हूँ • वो मेरा पहला प्यार है, मै उसे अब और धोखा नहीं दे सकती , मुझे कोई Call or message मत करना " उसने आँखे बंद कर ली,उसकी खुशी उसकी आँखों से निकल कर ना जाने कहाँ जा रही थीं•उसका पहला प्यार,उसके प्यार के पहले प्यार से हार गया था ••••