मिथिला के नवयुवकों, निकलो घरो से और उखाड़ फेंको उन बिजली के विशालकाय खम्बों को जो तुम्हारे गांव-कस्बे के ऊपर से लेकर तुम्हारी गरीबी का मजाक उड़ाते हुये गुजर जाती है और नीचे अनगिनित गांव अंधेरे में लिपटे हुए अपनी तक़दीर पर आंसू बहाते रह जाते हैं | एक सर्जिकल स्ट्राइक आजादी के 70 साल बाद गाँव-देहात से गुजरने वाले पिरामिड के आकर के इन विशालकाय बिजली के खम्बों पर करना आज के वक्त की माँग है | तभी दिल्ली के साउथ ब्लाक के ऐ.सी. कमरे में बैठे नेता और बड़े-बड़े अधिकारी के कानो में जूं रेंगेगा और उन्हें पता चलेगा की देश के 70% लोग किस स्थिती में रहते हैं |

 

              जब भी मिथिला के गांव-कस्बे में घूमता हूं, तो भूख, कुपोषण, गरीबी, बेरोजगारी को देखकर दिमाग विचलित हो जाता है | आजादी के 70 साल बाद भी सूबे के मुख्यमंत्री कहते हैं कि आने वाले 2 साल में बिहार के हर गांव में बिजली पहुंचा दिया जायेगा, तो लगता है क्यों न एक बार सर्जिकल स्ट्राइक गांव के ऊपर से गुजरने वाले इन हाई वोल्टेज वाले बिजली के विशालकाय खम्बे पर कर दिया जाये | तभी तो सत्ता में बैठे लोगों को बताया जा सकेगा की अगर अब भी हमारे गांव में अंधेरा होगा तो हम भी इन हाई वोल्टेज बिजली के तार को गाँव के ऊपर से नहीं गुजरने देंगे | संघर्ष होगा, क्रांति होगी और तब तक चलेगी जब तक इन बिजली के खम्बों के आसपास के गांव की अंधियारी दूर न हो जाये ।

 

                                कहते हैं " प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती " | अभी ही तो पुरे पंजाब में नहर के पानी को लेकर बबाल मचा है | सत्ता की हिम्मत नहीं की पंजाब के जनता की समृधि को उनके हाथों से लुट सके | और यहाँ मिथिला के युवाओं का खून ठंडा हो गया है | वक्त का तकाजा है कि हमें क्रांति की राह अपनानी होगी कयोंकि पिछले 70 सालों में हमने सरकार से तमाम मिन्नतें कर के देख ली |  सरकार बदली, निति बदला लेकिन लाखों गांवों का तक़दीर नहीं बदला | इस दुर्भाग्य को बदलने का अंतिम विकल्प है सर्जिकल स्ट्राइक | जी हाँ एक सर्जिकल स्ट्राइक पिरामिड के आकर के इन विशालकाय बिजली के खम्बों पर !

 

अविनाश - 9852410622

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