खुश नहीं;
न दुखी हूँ!

आज़ाद तो नहीं,
पर मजबूर भी नहीं!

न उड़ता हूँ;
न बरस्ता हूँ !

जलता भी नहीं
और न बुझता हूँ!

न रास्ता हूँ ,
ना हि मंज़िल !

कोई रफ़्तार नहीं ,
कोई अरमान नहीं !

डगर भी नहीं
और डगर की कसर भी नहीं !

बस खड़ा हूँ यहीं
और देखता हूँ युँही!

Tags: Peace

Sign In to know Author