Life is flip flop between incidents good, bad as well. This will work as a mirror showing me the moments to remember
23 years old, Male, In search of moksha
ठदरà¥à¤ªà¤£ कई महीने और बीत गठहै, मृतà¥à¤¯à¥ कलश के लिठमैं दिनों की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤ समेटे फिर हाज़िर हूà¤,
*
I know one day I will be gone from this world,,
Leaving all who love me,
Leaving all who hate me,
Leaving all who cry for me,
Leaving all who support me,
But right now I'm living, Ma heart is beating, M breathing,
So at this moment single idea of getting away from my loved ones is horrible, deadly...
:O
Today I'm feeling guilty, I have reasons and those were strongly valid.. I dont have any idea what to do ? To cry or something else I should try,
Whenever I Cry,, I know for whom I'm week,
Whenever I Cry,, I know who will console me at my weakest,
Whenever I Cry,, I feel so light,
But sorry Crying is so difficult to do, Or I feel it difficult...
:O
These days I'm getting out of my mind,
I hurt those who supports me always in past and m sure they did same in future,
Thank you to be there,
My thoughts which were so much strong and have meaning in past will change into baseless meaning and yuppp They become cheap these days...
Ohh god plz help me to be strong and caring....
Really its bad feeling when I'm carrying a guilt...
:O
Today I cried,, as I hurt my so called lifeline "Chutki" from some days,,, I feel sorry but dont want to say,, I will say it someday when I am in position to mean....
:O
Behna I know u forgive me because u did always in past,, That is why U get my respect yar..
:O
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छà¥à¤Ÿà¤•à¥€, तीन सà¥à¤¤à¤‚à¤à¥‹à¤‚ के अलावा बहना तू चौथी मजबूत सà¥à¤¤à¤‚ठहै जिसने मेरे सबसे बà¥à¤°à¥‡ दौर पर थामा है, मैं तेरा कà¤à¥€ बà¥à¤°à¤¾ नहीं सोचता, हाठतू दà¥à¤–ी होती है तो मैं à¤à¥€ होता हूà¤, मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤¤à¥€ है तो मैं à¤à¥€... बस मेरी ज़à¥à¤¬à¤¾à¤¨ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ है तो दिल दà¥à¤–ती है... दिल नही दिखा सकता मगर.... हमेशा साथ रहना है तà¥à¤à¥‡...
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इति असà¥à¤¥à¤¿
ठदरà¥à¤ªà¤£ तीन माह और बीत गठहै, मृतà¥à¤¯à¥ कलश के लिठमैं दिनों की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤ समेटे फिर हाज़िर हूà¤,
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ठईशà¥à¤µà¤° तेरे निराकार रूप को सदैव नमन करता हूà¤, मगर तेरे नाम पर फैली कूटनीतियों को नापसंद.. बस मेरे उपर अपने आशीष को बनाठरखना..
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जिंदगी का कलà¥à¤·à¤¿à¤¤ दौर à¤à¤¾à¤— रहा है और मैं असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ की खोज में केवल रेंग मातà¥à¤° रहा हूà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚??? ये सवाल कई रोज से तटसà¥à¤¥ मेरे सामने खड़ा है.. मेरा दिल और मेरी ज़à¥à¤¬à¤¾à¤¨ का रिशà¥à¤¤à¤¾ à¤à¥€ टूट चà¥à¤•à¤¾ है, मैं चाह कर à¤à¥€ अपनों को à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ नही दिला पा रहा की मैं उनसे कितनी मोहबà¥à¤¬à¤¤ करता हूà¤.. सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ बोलता हूठजो दिल में है, और ये ही अपनों के दिलो को तोड़ता à¤à¥€ है.. मगर मैं दिखावा नही करना चाहता, हाठआख़िरी साà¤à¤¸ तक खà¥à¤¦ के वादों को निà¤à¤¾à¤¨à¥‡ का सà¥à¤µà¤ªà¥à¤¨ ज़रूर देखता हूà¤..
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माà¤, तू देवी का वो रूप है जिसके आशीष के बिना मैं चाà¤à¤¦ कदम à¤à¥€ चल ना सकूà¤à¤—ा, "आई लव यू माà¤" हमेशा मेरे साथ रहना, चाहे कोई à¤à¥€ रूप में..
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पिताजी, à¤à¤• रोज आप समà¤à¥‹à¤—े की आपकी कितनी इज़à¥à¤œà¤¼à¤¤ करता हूà¤, और आप कितने खास हो मेरे लिà¤, बस बहà¥à¤¤ देर ना हो जाà¤.. हमेशा मेरे साथ रहना, चाहे कोई à¤à¥€ रूप में..
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छोटे, खà¥à¤¶ रहना, मैं तेरे साथ हूà¤....
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छà¥à¤Ÿà¤•à¥€, इन तीन सà¥à¤¤à¤‚à¤à¥‹à¤‚ के अलावा बहना तू चौथी मजबूत सà¥à¤¤à¤‚ठहै जिसने मेरे सबसे बà¥à¤°à¥‡ दौर पर थामा है, मैं तेरा कà¤à¥€ बà¥à¤°à¤¾ नहीं सोचता, हाठतू दà¥à¤–ी होती है तो मैं à¤à¥€ होता हूà¤, मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤¤à¥€ है तो मैं à¤à¥€... बस मेरी ज़à¥à¤¬à¤¾à¤¨ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ है तो दिल दà¥à¤–ती है... दिल नही दिखा सकता मगर.... हमेशा साथ रहना है तà¥à¤à¥‡...
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इति असà¥à¤¥à¤¿
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ठदरà¥à¤ªà¤£ à¤à¤• दिन और बीत गया है, मृतà¥à¤¯à¥ कलश के लिठमैं दिन की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤ समेटे फिर हाज़िर हूà¤,
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कà¤à¥€ कà¤à¥€ à¤à¤• अजीब सा दोराहा सामने आ जाता है जिंदगी में जब कà¥à¤› समठही नहीं आता की खà¥à¤¶ रहना चाहिठया दà¥à¤–ी... à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ ही दोराहे पर हूठअà¤à¥€,,, पिछले सात महीने से घर पर खाली बैठा रहा कोई नौकरी नहीं मिल सकी... और अब अचानक à¤à¤• "टाइम पास" मिल रहा है तो घर छोड़कर, माठको बीमार छोड़कर जाने का मन ही नहीं हो रहा... मगर शायद यही जिंदगी है, चलना ही पड़ता है इस बात का अफ़सोस नहीं है... à¤à¤• ही अफ़सोस है कि मैं à¤à¤• अचà¥à¤›à¤¾ बेटा, à¤à¤• अचà¥à¤›à¤¾ à¤à¤¾à¤ˆ साबित नहीं हो सका...कितना à¤à¥€ पा लूठइस बात को à¤à¥à¤ ला नहीं सकता की जब जब घर वालों को मेरी सबसे ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ ज़रूरत थी, मà¥à¤à¥‡ जाना पड़ा और हर बार à¤à¤¾à¤°à¥€ दिल के साथ... इस बार à¤à¥€ यही हालत है... मैं कà¥à¤¯à¤¾ करूà¤???
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काश मैं रो सकता, हर मोड़ पर हार को à¤à¥‡à¤²à¤¤à¥‡ à¤à¥‡à¤²à¤¤à¥‡ मैं शिथिल हो चà¥à¤•à¤¾ हूà¤... हे पà¥à¤°à¤à¥ कब तक दिल में सैलाब दबा कर चलूं??? à¤à¤• कृपा कर इनà¥à¤¹à¥‡ मेरी आà¤à¤–ों से निकालने दे.....
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"छà¥à¤Ÿà¤•à¥€" तेरे à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ काई बड़ी ज़िमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ सौंप के जा रहा हूà¤... अपना ख़याल रखना डियर,,, कà¥à¤› à¤à¥€ छà¥à¤ªà¤¾à¤¨à¤¾ मत मà¥à¤à¤¸à¥‡,,, मैं हर बार तेरे साथ हूà¤...
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बहà¥à¤¤ बà¥à¤°à¥€ फीलिंग के साथ अलविदा मेरे अपने शहर, मेरे दिल के करीबियो... जलà¥à¤¦à¥€ लौटूà¤à¤—ा मैं...
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इति असà¥à¤¥à¤¿
शà¥à¤à¥à¤°à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¿
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ठदरà¥à¤ªà¤£ à¤à¤• दिन और बीत गया है, मृतà¥à¤¯à¥ कलश के लिठमैं दिन की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤ समेटे फिर हाज़िर हूà¤,
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"रिशà¥à¤¤à¥‡" कà¥à¤¯à¤¾ होते हैं ? वो जो पैदा होते ही हमसे जà¥à¤¡à¤¼ जाते हैं या जो अपनी जिंदगी में हम जाने-अंजाने चà¥à¤¨ लेते हैं, कà¤à¥€ दिल से महसूस कर, कà¤à¥€ मतलब के लिà¤.... मगर सवाल अब à¤à¥€ वही रहा आख़िर रिशà¥à¤¤à¥‡ होते कà¥à¤¯à¤¾ हैं ? आजकल इसी बारे में सोच रहा हूà¤, विचार बना रहा हूà¤.... ना सोचता मैं मगर à¤à¤• कारण के तहत सोचने पे मजबूर होना पड़ा, कà¥à¤› दिन बीते हैं सोचते हà¥à¤ और निषà¥à¤•à¤°à¥à¤· कà¥à¤› इस तरह से निकाला :-
"रिशà¥à¤¤à¥‡" खून के होते हैं सही बात, हम जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ चà¥à¤¨ लेते हैं वो à¤à¥€ रिशà¥à¤¤à¥‡ हैं.... मगर असली रिशà¥à¤¤à¥‡ ना कà¤à¥€ बोले जाते हैं, ना सोचे जाते हैं बलà¥à¤•à¤¿ इनà¥à¤¹à¥‡ दिल से महसूस किया जाता है और मन से निà¤à¤¾à¤¯à¤¾ जाता है.... इसी को पूरा कर पाने में शायद असमरà¥à¤¥ रहा हूठमैं तà¤à¥€ इतने समय बाद तक उनकी नज़रों में, जिंदगी में मेरी अहमियत नही बन पाई है.... मगर कोशिशें जारी हैं और हो सका तो ज़रूर दिन आà¤à¤—ा जब उनकी ज़िंदगियों में à¤à¤• इज़à¥à¤œà¤¼à¤¤, à¤à¤• मà¥à¤•à¤¾à¤® होगा मेरा..... तà¤à¥€ जीवन सारà¥à¤¥à¤• होगा.... बस à¤à¤• गà¥à¤œà¤¼à¤¾à¤°à¤¿à¤¶ खà¥à¤¦à¤¾ तब तक इस जहाठमें रखना....
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रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ जगह जहाठआज दूसरी दफ़ा में à¤à¤¸à¥‡ किसी शखà¥à¤¸ से मिला जिसके बारे में केवल सà¥à¤¨à¤¾ था.... अचà¥à¤›à¤¾ लड़का था उसे खà¥à¤¶ रखेगा,,, बस छà¥à¤Ÿà¤•à¥€ तूने कहा तो मैं आ तो गया मगर समठही नही आया की आ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ गया ??? कवाब में हडà¥à¤¡à¥€ लग रहा था में à¤à¥‹à¤¨à¥à¤¦à¥ जैसा,,, थोड़ा सा असहज महसूस किया मैने तो उठकर निकल गया..... मगर तू खà¥à¤¶ थी तो मैं à¤à¥€ हूà¤,,, तà¥à¤à¥‡ पता ही है मैं पागल हूà¤, मगर सचà¥à¤šà¥€ तेरी खà¥à¤¶à¥€ के लिठकà¥à¤› à¤à¥€ करूà¤à¤—ा..... "अचà¥à¤›à¥€ पसंद है डियर, बंगाली बाबू जॅंच रहे थे.."
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और हाठखास बनने की कोशिशें जारी हैं, पकà¥à¤•à¤¾ à¤à¤• रोज बनूंगा... याद रखना तू तो हमेशा मेरी जिंदगी का à¤à¤• खास हिसà¥à¤¸à¤¾ है,,,, मगर आज लगा अब वकà¥à¤¤ कम है तेरे मेरे पास यूठसाथ साथ घूमने का रहने का.... कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बहना तà¥à¤à¥‡ वो हमेशा खà¥à¤¶ रखेगा जब तू उसके साथ चली जाà¤à¤—ी.... मगर तब मेरी असंतà¥à¤²à¤¿à¤¤ जिंदगी किस ओर बहेगी ? कौन उसे संà¤à¤¾à¤²à¥‡à¤—ा ? कà¥à¤› नहीं पता ना, इसीलिठआज थोड़ा à¤à¤¾à¤µà¥à¤• हूठऔर उटपटांग सी बात कर रहा हूà¤.... पर लगता है अब तेरे बिना रहने की आदत डालनी शà¥à¤°à¥‚ कर देनी चाहिठमà¥à¤à¥‡.... बहà¥à¤¤ मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² काम है, सोचने में ही आà¤à¤–ें नम होने लगी है.... सचà¥à¤šà¥€...
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इति असà¥à¤¥à¤¿
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ठदरà¥à¤ªà¤£ à¤à¤• दिन और बीत गया है, मृतà¥à¤¯à¥ कलश के लिठमैं दिन की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤ समेटे फिर हाज़िर हूà¤,
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दिन काफ़ी उरà¥à¤œà¤¾ लिठआया और अरसे बाद à¤à¤• बेहतरीन दिन बीता... सकारातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ को महसूस किया हर ओर,,, उसपर छà¥à¤Ÿà¤•à¥€ से मिलने गया.. समय का अà¤à¤¾à¤µ था मगर आज मेरी पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€ बहन की तबीयत ज़रा खराब थी,, तो हर हाल में जाना ही था... छà¥à¤Ÿà¤•à¥€ पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€ बहन थोड़ा टेंसन कम ले रे,, अà¤à¥€ मैं जिंदा हूà¤, हर कीमत में तेरी हà¤à¤¸à¥€ बरकरार रखने की कोशिश करूà¤à¤—ा इतना विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रख मà¥à¤ पर.... तूने कहा था मिलकर कà¥à¤› बताà¤à¤—ी मà¥à¤à¥‡, कà¥à¤› सलà¥à¤¯à¥‚शनà¥à¤¸ निकालने हैं तà¥à¤à¥‡, पर कोई बात ही नही करी तूने à¤à¤¸à¥€.... चल तोड़ा आराम से निपट ले मेहमानदारी से, फिर आराम से मिलेंगे और बात को डिसकस करेंगे.... आज तेरे कà¥à¤› à¤à¤¸.à¤à¤®.à¤à¤¸. ने तोड़ा सोचने पे मजबूर किया है की अà¤à¥€ अपना वजूद और मजबूत करना है ताकि तू मà¥à¤ पर à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ कर सके,,, आज दà¥à¤– हà¥à¤† की मà¥à¤à¥‡ केवल तेरे हंसते पनà¥à¤¨à¥‹à¤‚ को पड़ना है.... दà¥à¤–ी करा आज तूने मà¥à¤à¥‡,,,,, पर में खामोश उस वकà¥à¤¤ का इंतेजार करूà¤à¤—ा जिस दिन तू मà¥à¤à¥‡ सारे राज बताकर मà¥à¤à¥‡ à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ दिलाà¤à¤—ी की हा मैं à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ करने के लायक आज बन चà¥à¤•à¤¾ हू..... सदा खà¥à¤¶ रहना छà¥à¤Ÿà¤•à¥,,, मैं हर परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में तेरे साथ साठकी तरह हूà¤.....तोड़ा खà¥à¤¯à¤¾à¤² अपना मेरी खातिर ही रख ले यार.... पà¥à¤²à¥€à¤œà¤¼...
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इति असà¥à¤¥à¤¿
शà¥à¤ रातà¥à¤°à¤¿
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It's late night mirror, weather is awesome outside... Really its nyco as I recently arrived back frm the heat of Delhi... Life is good and in few past days positive friends surrounds me all around... They really tell me how to find positive aspects of life in any drastic situation... The people close to my heart will always remain special for me,,, Last night i read chtki's diary and it tensed me a lot... Dear u were my lifeline, in any cost I want c u happy... And as I always say Life is a flip flop between joys and sorrows,,, keep dat in mind dear... I'm always dere for u.... Dnt get tensed at all... "Everthing will be gud tomorrow.." I love u my sister from deep my heart... Keep in mind dat My life is stable with u only... I respect dat u dnt tell me about prblm dat day bt I realised dat and it hurts when u tell dat later..... Why u always forget that I know u better than u knw urself ??? Dnt repeat the scene in future...
Gd nyt mirror
Oh mirror lots of days gone I'm not able to face you due to time problem,
Some good news to deliver that these days life is somehow stable, tomorrow going for a priceless interview at "Wheels India Ltd.", I'm on the way to live life, No regret for past.... M Happy these days but Still she is in my mind, and that's Ok for me... I don't want to forget her... :)
Miss u chutki, as u were away from me, But I know your good wishes are with me always... Thanks to bare me, keeping my spark alive and give your precious time to me.... Stay connected always...
Hope to have a good news tomorrow, Miss chutki's diary entry from last two months, Hope to get it soon...
Good night..
Life is not good but I pretend it as good my dear mirror, Because I know at last I have to bare all mesh alone... If I die today it will break my parents who loves me lot, So i decide today dat I will live my life for the sake of those who have some impact of my death... Else living life is not fruitful today...
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I'm changing myself today onwards as my dear ones have complaint that I create mess and talks more than enough... "M getting silent now.. " B happy and stay blessed...
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ठमेरे पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ दरà¥à¤ªà¤£ à¤à¤• बार फिर हाज़िर हूà¤,, दिन बीत रहे हैं मगर मैं तटसà¥à¤¥, à¤à¤°à¤¾ सा दिल है, तनà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ à¤à¥€ मगर à¤à¥€à¤¡à¤¼ में घिरी तनà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ और अनसून हैं की निकलते नहीं... ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लिख नही पाऊà¤à¤—ा मगर à¤à¤• अंतिम कलाम जो महसूस किया पेश करता हूà¤, "सबसे मिलो कोई रकà¥à¤¸ नहीं मà¥à¤à¥‡, मगर मà¥à¤ नाचीज़ को à¤à¥€ कर लेते याद तो जिंदगी खà¥à¤¸à¥à¤—वार होती..."
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Whenever I got hurt, filled with huge grief nobody I found besides me, nobody bothers at all...
Everyone I found besides me, whenever they need me,,, No regret Coz I feel I was a candle who burnt itself giving light to others....
(Y)
Thank god almighty sending me to the world have no love, no trust at all....
Make me stone please.....
ठपà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ दरà¥à¤ªà¤£ दरà¥à¤¦ अब नासूर सा हो गया है, अपने हमेशा हरे रहने वाले ज़ख़à¥à¤®à¥‹à¤‚ की नà¥à¤®à¤¾à¤‡à¤¶ के लिठमैं फिर तेरे पास आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ हूà¤... सà¥à¤¨ इस बीच कà¥à¤¯à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤† मेरी जिंदगी के साथ,
"बेकारी चरम पर है और समय à¤à¤¾à¤— रहा है तेज और तेज, बस मैं à¤à¤• जगह तटसà¥à¤¥ बà¥à¤¤ बना सब देख रहा हूà¤... कल इसी सिलसिले में à¤à¤• जगह साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•à¤¾à¤° के लिठगया मगर à¤à¤—ा दिया गया, हा हा हा... उसके बाद छà¥à¤Ÿà¤•à¥€ का फोन आ गया की à¤à¤• काम नही बन रहा, मैने कहा चल टà¥à¤°à¤¾à¤‡ कर वरना में शाम को देखता हूà¤..... शाम को पता चला कि उसका काम नही बना तो मैं अपनी बहन के काम के सिलसिले में अपने उसूलों को ताक पर रख कर उनके घर पहà¥à¤à¤šà¤¾ जहाठकà¤à¥€ नही जाता था,, उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ सà¥à¤¬à¤¹ ९ बजे से पहले आने को कहा... मैने कॉल कर उसे बता दिया...सà¥à¤¬à¤¹ जब उठा तो पौने नौ बाज रहा था मैं हड़बड़ा कर उठा तो à¤à¤• मेसेज आया हà¥à¤† था छà¥à¤Ÿà¤•à¥€ का कि "मैं नही आ रही, काम हो जाà¤à¤—ा",,, चलो बाड़िया बात की उसका काम हो रहा है, यही ज़रूरत थी.... मगर मेरी ज़बान का कà¥à¤¯à¤¾ कोई मोल नहीं ?? जो उसूल मैने तोड़े जिसकी खातिर, उसका कà¥à¤¯à¤¾ ?? हा हा हा... सच ही है मेरी कोई औकात जीते जी तो हो ही नही सकती,, जिस रोज रà¥à¤–सत हो जाऊà¤à¤—ा शायद तब मेरे अपने समठसकें कि मैं कà¥à¤¯à¤¾ सोचता था, कà¥à¤¯à¤¾ कर सकता था उनके लिà¤... मगर कोई नही मैं कल à¤à¥€ वैसे ही उनके काम आऊंगा जैसे आज..... किसी गिरह को लादे रखना कà¥à¤¯à¤¾ फ़ायदा दे सकती है ???? छà¥à¤Ÿà¤•à¥€ à¤à¥‡à¤‚प सी रखी है, मगर पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€ बहन मैं गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ बहà¥à¤¤ देर तक नहीं रह सकता वो à¤à¥€ तà¥à¤à¤¸à¥‡,,, और वैसे à¤à¥€ à¤à¤¸à¥€ बातों की आदत है मà¥à¤à¥‡.... तूने बताया नहीं की "डी" वाला कà¥à¤› सलà¥à¤¯à¥‚शन निकला की नही ??? या मà¥à¤à¥‡ जानने का हक नहीं......?????"
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कà¤à¥€ सोचा ही नहीं था की किसी से मोहबà¥à¤¬à¤¤ हो सकती है मà¥à¤à¥‡, मगर à¤à¤¸à¥€ हो गयी की जिंदगी तितर बितर हो गयी है.... दिल छलनी लिà¤, होंठों पर नकली मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ लिठबस चले जा रहे हैं.... ना रकà¥à¤¶ किसी से बस जिठजाना है.... रà¥à¤–सत पर छलनी ही सही दिल मगर आतà¥à¤®à¤¾ तृपà¥à¤¤ होगी की जो à¤à¥€ किया पूरी ईमानदारी के साथ चाहे मोहबà¥à¤¬à¤¤ हो, चाहे दोसà¥à¤¤à¥€, चाहे रिशà¥à¤¤à¥‡ निà¤à¤¾à¤¨à¤¾.....
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हे ईशà¥à¤µà¤° मेरी खà¥à¤¶à¥€ तू जानता है, मà¥à¤à¥‡ बस पहली और आख़िरी खà¥à¤µà¤¾à¤‡à¤¶ समà¤à¤•à¤° वो दे दे.... ज़à¥à¤¬à¤¾à¤¨ को शांत, दिल को सà¥à¤•à¥‚न दे ताकि मैं सब को खà¥à¤¶à¥€ बाà¤à¤Ÿ सकूà¤.... बस à¤à¤• बार उस अपने से ज़रूर मिला देना जो मà¥à¤à¥‡ पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ समà¤à¥‡.... तूने इस पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€ वसà¥à¤‚धरा पर à¤à¥‡à¤œà¤¾, तेरा बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦...
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इति असà¥à¤¥à¤¿
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ठमेरे पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ दरà¥à¤ªà¤£ अजीब सी गली में आ पहà¥à¤à¤šà¤¾ हूठमैं, शोर ही शोर है मगर à¤à¤• शूनà¥à¤¯, à¤à¤• अनंत तक फैली खामोशी ... जो चीखती है और चीख चीख कर कहती है à¤à¤¾à¤— जा, à¤à¤¾à¤— जा.... मगर मैं तटसà¥à¤¥ कà¤à¥€ खà¥à¤¦ को कà¤à¥€ मरी गली को देखता हूà¤, और पाता हूठमà¥à¤–ौटों का अजीब संसार, बाज़ारों में होते रिशà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के मोल और अपनो के अपनो पर à¤à¥‹à¤‚के फरेब के खंजर.... अटà¥à¤Ÿà¤¹à¤¾à¤¸ करता हूठमगर आà¤à¤–ों से आà¤à¤¸à¥‚ टपकने लगते हैं और काà¤à¤ªà¤¤à¥‡ पैर खोजने लगते है कोई सहारा.... मगर फिर याद आता है की ये शहर मà¥à¤°à¥à¤¦à¥‹à¤‚ का है जो अपनी संवेदनाà¤à¤, à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤ बाज़ार में बेच आठहैं, और अब पूरी तरह तैयार हैं आपकी संवेदनाओं पर हà¤à¤¸à¤¨à¥‡ के लिà¤, आपको आपकी संवेदनाओं में ही लपेटकर ठगने के लिà¤..... ये ही नियम है यहाठटीके रहने का, खà¥à¤¦ की खà¥à¤¦à¥€ बेचकर खà¥à¤¦ की पहचान बनाठरखने का,,, औरों का पता नहीं मगर शायद यही कारण है की सांस कहीं लापता है और दम घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ लगा है....
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सà¥à¤¬à¤¹ से शाम तक यूठअकारण, निरà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ घर पर पड़ा रहना, मà¥à¤à¥‡ खटक रहा है और अब लगने लगा है क़ि मैं घर पर बोठबनने लगा हूà¤,, यही कारण है मेरी à¤à¥à¤‚à¤à¤²à¤¾à¤¹à¤Ÿ का, मेरी खीज का,, मगर मैं जान बà¥à¤ कर किसी का दिल नही दà¥à¤–ाता मगर हालात मà¥à¤à¤¸à¥‡ वो कराते हैं.... मगर हे परम पिता हर बात के बाद जितना वो दà¥à¤–ी होते हैं उनà¥à¤¹à¥‡ टीस पहà¥à¤à¤šà¤¤à¥€ है, उससे ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ मेरा दिल छलनी होता है..... तू किसी à¤à¥€ कीमत पर मà¥à¤à¥‡ माफ़ ना करना और हर बार दिल दà¥à¤–ाने के à¤à¤µà¤œ में मà¥à¤à¥‡ कठोर से कठोर दंड देना..... मेरी बेकारी मेरी सबसे बड़ी दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨ बन गयी है, कोई à¤à¥€ कदम नही उठा पा रहा हूठअपने विकास की ओर,,, निराशा निराशा बस अथाह निराशा.... इस संघरà¥à¤· में काई लोग साथ छोड़ गये मेरा और इसी वजह से बचे हà¥à¤ अपनों को खोने का दर मà¥à¤à¥‡ घेरे रहता है.... मेरे बार बार कहने पर मानता हूठà¤à¥à¤‚à¤à¤²à¤¾à¤¹à¤Ÿ उनà¥à¤¹à¥‡ होती होगी मगर मेरी à¤à¥€ मजबूरी है, मैं कà¥à¤¯à¤¾ कर सकता हूà¤...... हे परम पिता यही हालात बने रहे तो मैं जलà¥à¤¦ ही या तो मर जाऊà¤à¤—ा या पागल हो जाऊà¤à¤—ा, और दोनो ही परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में मेरी आतà¥à¤®à¤¾ मà¥à¤à¥‡ सदा धिकà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‡à¤—ी और में अपने बाद à¤à¤• कमजोर उदाहरण छोड़ जाऊà¤à¤—ा और लोग मेरी हालत का दोषी उसे ठहराà¤à¤à¤—े जो मà¥à¤à¥‡ मà¥à¤à¤¸à¥‡ à¤à¥€ ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पसंद है, और ये मà¥à¤¹à¥‡ सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° नहीं, इसलिठहे ईशà¥à¤µà¤° अपनी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ मà¥à¤à¤ªà¤° कर और हिमà¥à¤®à¤¤ दे मैं उठॠऔर फिर से इस रण को जीतने के पथ पर अगà¥à¤°à¤¸à¤° हो जाऊं....
*
आज इतने दरà¥à¤¦ में ठदरà¥à¤ªà¤£ रूबरू हो रहा हूठकी बता नही सकता.... फिर मिलूà¤à¤—ा, दà¥à¤† करना अगली बार मेरे आà¤à¤¸à¥‚ से तेरे पनà¥à¤¨à¥‡ ना à¤à¥€à¤—ें.... छà¥à¤Ÿà¤•à¥€ खà¥à¤¶ रहना बहन,,, अपनी तबीयत का ख़याल हो सके तो अपने इस सिरफिरे à¤à¤¾à¤ˆ के लिठरख ले ना... जितना दà¥à¤–ी मैं खà¥à¤¦ की तकलीफ़ से नहीं उससे ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ टेंशन मà¥à¤à¥‡ तेरी है,,,, पà¥à¤²à¥€à¤œà¤¼ यार तोड़ा ख़याल रख अपना कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आज के मौजूदा दौर में मà¥à¤à¥‡ समà¤à¤¨à¥‡ वाला à¤à¤• ही शखà¥à¤¸ है,, और वो तू है डियर... अब अपने घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ के चरम दरà¥à¤¦ के साथ आज को विराम देता हूठधनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦.
शà¥à¤ रातà¥à¤°à¤¿
इति असà¥à¤¥à¤¿
आà¤à¤–ों में तेरे साà¤,
चाहूं तो हो ना पाà¤,
यादो से तेरी फासला,
हाà¤
जाके à¤à¥€ तू ना जाà¤,
ठहरी तू दिल में हाà¤,
हसरत सी बनके कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤²à¤¾ ???
कà¥à¤¯à¥‚ठयाद करता हूठ???
मिटता हूà¤,,, बनता हूà¤
मà¥à¤à¤•à¥‹ तू लाई ये कहाठ???
बेनाम रिशà¥à¤¤à¤¾ वो...
बेनाम रिशà¥à¤¤à¤¾ वो, बेचैन करता जो
हो ना सके जो बयान दरमियाà¤
दरमियाठदरमियाà¤
कà¥à¤› तो था तेरे मेरे दरमियाà¤....
बहà¥à¤¤ दिन हà¥à¤ पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ दरà¥à¤ªà¤£ तà¥à¤à¤¸à¥‡ रूबरू ना हो सका, कà¥à¤¯à¤¾ करूठये जिंदगी ना रà¥à¤•à¤¤à¥€ है ना रà¥à¤•à¤¨à¥‡ देती है, बस हमें अपने साथ घसीटते रहती है... और मैं à¤à¥€ बिना उफà¥à¤« किठउसके साथ घिसटता रहता हूà¤... आज जब महसूस हà¥à¤† की बीते दिनों की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का à¤à¤° बहà¥à¤¤ बाद गया है तो याद आई तेरे पास सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रखे मेरी जिंदगी के असà¥à¤¥à¤¿ कलश की,, बस मैं चला आया अपने बीते दिनों की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤ उस कलश को अरà¥à¤ªà¤£ करने के लिà¤...
*
इस बीच किसी खास मकसद से दिलà¥à¤²à¥€ गया था, जिस सिलसिले में गया था वो काफ़ी हद तक संतोषजनक रहा.... अजीब सी खामोशी लिठदिन बीत रहे हैं और मैं खà¥à¤¦ में अनेकों बदलाव महसूस कर रहा हूà¤, खà¥à¤¦ को हर वकà¥à¤¤ अकेला पाता हूà¤, à¤à¤¸à¤¾ लगता है मानों संसार में à¤à¤¸à¤¾ कोई है ही नहीं जो मà¥à¤à¥‡, मेरे मन को समठसके... सच बोलूं तो आजकल मान होता है की फà¥à¤Ÿ कर रोता रहूं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚? ये नहीं पता मगर शायद तब ही हलà¥à¤•à¤¾ हो सकूà¤.....
*
à¤à¤• चीज़ जानी की अंत में हमारी सबसे बड़ी ताक़त ही हमारी सबसे बड़ी कमज़ोरी बन जाती है... ठपà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ दरà¥à¤ªà¤£ ये बता की इस जहाठमें कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सचà¥à¤šà¥‡ लोगों का अà¤à¤¾à¤µ है? और सचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को परखने वेल मानà¥à¤· à¤à¥€ अलोप हो गये हैं कà¥à¤¯à¤¾?
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कà¥à¤¯à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ सोचा था, बहà¥à¤¤ कà¥à¤› करना था, मगर वो कर बैठा जिस राह जाना ही ना था.... "मलिक" आपको नहीं à¤à¥‚ल पा रहा हूठमैं... हर वकà¥à¤¤ बस उस निषà¥à¤ à¥à¤° की याद आ जाती है, जो अचानक यूठगायब हो गयी जैसे मेरा कोई अपना वजूद ही ना था... हे ईशà¥à¤µà¤° तू मà¥à¤à¥‡ उनसे मिला के कà¥à¤¯à¤¾ समà¤à¤¨à¤¾ चाहता है जो मेरे हैं ही नही, बस दो कदम चलकर मेरा साथ छोड़ने वाले है, या छोड़ चà¥à¤•à¥‡ है.....
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किसी से कह à¤à¥€ नहीं सकता,, इतना परेशन तो मैं कà¤à¥€ à¤à¥€ ना था, किसी कम में मान नहीं लग पा रहा... लोग कहते है की तू दिमागदार है मगर हे ईशà¥à¤µà¤° अपनी बारी में कहाठगया मेरा दिमाग़, मेरी समà¤?????? सच कह रहा हूठकिसी रोज जिंदगी से à¤à¤°à¤ªà¥‚र आज मेरा इससे विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ उठचà¥à¤•à¤¾ है... जीने का मन ही ना रहा,,, फिर à¤à¥€ घिसट रहा हूà¤.... शायद ये ही जिंदगी है, और जानें वालो को कौन रोक सकता है??? मगर कोई कसे जा सकता हमे गà¥à¤¨à¥‡à¤¹à¤—ार बनाकर????
*
छà¥à¤Ÿà¤•à¥€ मेरी बात याद रखना और मेरे बाद उसे पूरा ज़रूर करना बहना.... सदा खà¥à¤¶ रहना, जाने कौन सा शबà¥à¤¦ आख़िरी हो....
*
ठखà¥à¤¦à¤¾ खà¥à¤¦ से नाराज़ हूà¤, और बहà¥à¤¤ ही ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ अशांत है मन,, शांति बखà¥à¤¸ मà¥à¤à¥‡ और धैरà¥à¤¯, सà¥à¤•à¥‚न का संचार कर.... रà¥à¤–सत से पहले पल à¤à¤° ही सही मà¥à¤à¥‡ जो समà¤à¥‡ से मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ ज़रूर नसीब कर.... "धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦"...
*
***हे ईशà¥à¤µà¤° मà¥à¤à¥‡ सफल करना मेरी कसम पूरी करने में, धैरà¥à¤¯ देना, शकà¥à¤¤à¤¿ देना की अब इन लबों पर उसका नाम ना आठकà¤à¥€....****
हे ईशà¥à¤µà¤° सबका à¤à¤²à¤¾ कर, सबके सपने पूरे कर. मेरे पापों को कà¤à¥€ माफ़ मत करना, ग़लती से जो à¤à¤²à¤¾à¤ˆ कà¤à¥€ मैने की वो मेरे अपनों में बाà¤à¤Ÿ देना ईशà¥à¤µà¤°.... "मà¥à¤à¥‡ किसी चीज़ की आरजू नहीं हैं, जो मेरा है वो मà¥à¤à¥‡ मिल के रहेगा.."
इस परम सतà¥à¤¯ धरा पर इतने अधिक तजà¥à¤°à¤¬à¥‹à¤‚ के बीच मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ तेरा बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦......
इति असà¥à¤¥à¤¿...
अथाह रौदà¥à¤° रण ये जीवन मेरे पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ दरà¥à¤ªà¤£, काई रोज मरे, असà¥à¤¥à¤¿ बने, मैने असà¥à¤¥à¤¿ कलश में डाले जो तà¥à¤à¥‡ सà¥à¤ªà¥à¤°à¥à¤¦ किठहूà¤... उसी कलश में आज की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤ लिठहाज़िर हूà¤,,,, आअज सà¥à¤¬à¤¹ जब गैस बà¥à¤• करने गया तो मूड तोड़ा बदला, कलà¥à¤·à¤¿à¤¤ सà¥à¤µà¤ªà¥à¤¨ से बाहर निकला और असल जीवन को सामने पाया... ईशà¥à¤µà¤° का कितना पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾ सृजन है ये मानव शरीर, ये दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾, ये बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤£à¥à¤¡... और मैं हूठकी केवल अपने तक सीमित रह गया.... वहाठसे घर लौटा और घंटो तक सोचता रहा क़ि हर बार में सà¥à¤¯à¤¾à¤¹ जिंदगी जीता हूà¤, बेफ़ाजूल दà¥à¤–ी होता हूठऔर खà¥à¤¦ के दिल को à¤à¥€ दà¥à¤–ाता हूà¤.... मेरे इस बरà¥à¤¤à¤¾à¤µ से मेरे अपने à¤à¥€ दà¥à¤–ी होते होंगे,,, सोचने के बाद इस सारांश पर पहà¥à¤à¤šà¤¾ क़ि "हे ईशà¥à¤µà¤° ये रिशà¥à¤¤à¥‡, ये मोहजाल मेरे लिठनहीं है..." कहीं ना कहीं ये ही मेरी सबसे बड़ी कमज़ोरी है.... और इनà¥à¤¹à¥‡ खो देने का सबसे बड़ा डर... इसी से पार पाना है... बस उरà¥à¤œà¤¾ का नवसंचार कर...
*
कà¥à¤› रीत जगत की à¤à¤¸à¥€ है,
हर à¤à¤• सà¥à¤¬à¤¹ की शाम हà¥à¤ˆ,
तू कौन है? तेरा नाम है कà¥à¤¯à¤¾?
सीता à¤à¥€ यहाठबदनाम हà¥à¤ˆ.......
*
उसे खà¥à¤¶ रखना, छà¥à¤Ÿà¤•à¥€ को खà¥à¤¶ रखना, सारे सपने पूरे करना, कà¤à¥€ ज़रूरत पड़े तो बस मà¥à¤à¥‡ उनके पास पहà¥à¤à¤šà¤¾ देना ईशà¥à¤µà¤°.... तूने इस वसà¥à¤‚धरा पर à¤à¥‡à¤œà¤¾ 'धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦'....
*
खà¥à¤¶ रहना छà¥à¤Ÿà¤•à¥€, तू हà¤à¤¸à¥‡à¤—ी तो मैं à¤à¥€, तू जानती है ना ???? बता दूं आजकल हà¤à¤¸à¤¨à¥‡ के मौके पे à¤à¥€ हंस नही पा रहा हूà¤.... शायद तू खà¥à¤¶ नही..... "खà¥à¤¶" रह बहना....
*
ठपà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ दरà¥à¤ªà¤£ आज à¤à¤• लंबा विराम ले रहा हूà¤,,, देख तà¥à¤à¥‡ अब कà¥à¤¯à¤¾ पता मिलूं या ना मिलूं......
*
इति असà¥à¤¥à¤¿
शà¥à¤ रातà¥à¤°à¤¿
ठअज़ीज पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ दरà¥à¤ªà¤£ ये दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ और इसके लोग à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ में कà¥à¤› यूठलिपà¥à¤¤ हैं क़ि चाहते ही नहीं उससे बाहर आà¤à¤...... आज दिन à¤à¤° ये सोचता रहा की à¤à¤• मोड़ के बाद तो इंसान का अकेले इस जीवन पथ पर चलना मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² हो जाता होगा,,, और शायद उसी वकà¥à¤¤ हमसफ़र की असल ज़रूरत पड़ती होगी...... ये ही वो वकà¥à¤¤ होता होगा जब इंसान की धमनियाठतक उसका साथ छोड़ने को बेचैन रहती होंगी,,, दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के नकाब à¤à¥€ कब के बेपरà¥à¤¦à¤¾ हो चà¥à¤•à¥‡ होते होंगे,,, और हम à¤à¤• ठूंठसे बोठबनकर à¤à¤• कोना पकड़ चà¥à¤•à¥‡ होते होंगे..... और जब शरीर ही साथ ना देने पर आमादा हो तो कोई और कहाठसाथ देगा,, सबकी अपनी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त जिंदगी होती है.... ज़रूरी तो नहीं की जिनà¥à¤¹à¥‡ हम खास से उपर की शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ दें,,, उनकी जिंदगी में à¤à¥€ हमारा वही सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ हो..... "ठजिंदगी तू कितनी कठिन है,,, है तो जनता था,,, इतनी है अब जान रहा हूà¤...."
*
आजकल अजीब सा हो गया तन à¤à¥€ मन à¤à¥€, सब धीरे धीरे दूर होते जा रहे है,, जो हैं वो à¤à¥€ अपनी उलà¤à¤¨à¥‹à¤‚ में कà¥à¤› वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ है,,, और ये तो नहीं हो सकता ना कि जब मेरी जिंदगी उलà¤à¥€ तब à¤à¥€ मैं वैसा ही रहा जैसा था.... आà¤à¤¸à¥à¤“ं के सैलाब के मौसम में à¤à¥€ सबने मेरे मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤¤à¥‡ लब देखे,,,, ठखà¥à¤¦à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ मैं केवल इसलिठबनाया गया हूठकी मेरे अपने मà¥à¤à¥‡ तब याद करें जब उनà¥à¤¹à¥‡ ज़रूरत हो,,,, मैं बीमार था, कोई मà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ याद करता तो शायद हौंसला बà¤à¤§à¤¤à¤¾... मगर अफ़सोस सबकी वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤à¤¤à¤¾ आज इतनी बढ़ गयी जितनी मेरी पंदà¥à¤°à¤¹ घंटे काम करते वकà¥à¤¤ à¤à¥€ ना हो सकी....
*
अकेले चलना है,
अकेले जीना है,
इस जहाठमें,
अपना कोई साथी कहाठ?
कमजोर हैं रिशà¥à¤¤à¥‡,
कमजोर इनकी नींव,
खोखले वादों के शोर,
इनà¥à¤¹à¥€ पर खड़े उमà¥à¤®à¥€à¤¦à¥‹à¤‚ के,
कमजोर सà¥à¤¤à¤‚à¤,
वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त जिंदगी से हारती,
असल रिशà¥à¤¤à¥‹à¤‚ की नींव,
चल "बाबा" मरीचिका से दूर,
शायद इस à¤à¥‚ठके मोह जाल में,
अपना गà¥à¤œà¤¼à¤°à¤¾ नहीं.....
*
आज à¤à¥€ छà¥à¤Ÿà¤•à¥€ तूने मà¥à¤ बेवकूफ़ को बेवकूफी का ताज बखà¥à¤¸à¤¾ है,,,, सà¥à¤¬à¤¹ से तेरे कॉल का इंतेजर करता रहा,,, मैं करूठये सोचा मगर रà¥à¤• गया कहीं तू वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ ना हो कर के,,,, मेसेज का जवाब à¤à¥€ तू ना दे सकी,,,, सोच अà¤à¥€ टना वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ है तू की अपने à¤à¤¾à¤ˆ के लिठतेरे पास वकà¥à¤¤ नहीं है,,, तो बता कल जब तू मशगूल हो जाà¤à¤—ी जिंदगी में, अपने परिवार में, तब कहाठसे निकल सकेगी वकà¥à¤¤..... बस में वहीं रह जौंगा जहाठतू छोड़ जाà¤à¤—ी..... :'( ........ तू हर बार à¤à¥‚ल जाती है की मैं कितना à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ होने पर तेरे इठवकà¥à¤¤ कैसे निकल लेता हूà¤,,,, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कोई और है ही नहीं इतना अपना,, जितना करीब तू है....
*
***हे ईशà¥à¤µà¤° मà¥à¤à¥‡ सफल करना मेरी कसम पूरी करने में, धैरà¥à¤¯ देना, शकà¥à¤¤à¤¿ देना की अब इन लबों पर उसका नाम ना आठकà¤à¥€....****
हे ईशà¥à¤µà¤° सबका à¤à¤²à¤¾ कर, सबके सपने पूरे कर. मेरे पापों को कà¤à¥€ माफ़ मत करना, ग़लती से जो à¤à¤²à¤¾à¤ˆ कà¤à¥€ मैने की वो मेरे अपनों में बाà¤à¤Ÿ देना ईशà¥à¤µà¤°.... "मà¥à¤à¥‡ किसी चीज़ की आरजू नहीं हैं, जो मेरा है वो मà¥à¤à¥‡ मिल के रहेगा.."
इस परम सतà¥à¤¯ धरा पर इतने अधिक तजà¥à¤°à¤¬à¥‹à¤‚ के बीच मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ तेरा बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦......
इति असà¥à¤¥à¤¿...
हर दिन यूठगà¥à¤œà¤° जाता है जैसे कà¥à¤› होना ही ना था, अंत में खà¥à¤¦ को वहीं पाता हूठ, उसी नà¥à¤•à¥à¤•à¤¡à¤¼ के पास जहाठसे सà¥à¤¬à¤¹ छाई के पà¥à¤¯à¤¾à¤²à¥‡ के साथ मैं दिन के सफ़र पर निकला था....
*
à¤à¤• लंबे अरसे बाद à¤à¤• मितà¥à¤° से मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ हà¥à¤ˆ, ये ही कà¥à¤› तेरह साल हà¥à¤ थे उससे मिले हà¥à¤.... काफ़ी वकà¥à¤¤ उसके साथ रहा, यूठतो कल रत से बà¥à¤–ार से शरीर ताप रहा था, अगर कोई इतना पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ मितà¥à¤°à¤¾ ना होता तो मैं घर से ना निकलता.... दूसरा दिन à¤à¤° उस रज़ाई में पड़े पड़े à¤à¥€ à¤à¤• à¤à¥à¤‚à¤à¤²à¤¾à¤¹à¤Ÿ सी हो गयी थी.... आआज à¤à¤• चीज़ जो उससे मिलकर जानी कि जाने कौन सी मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ आख़िरी हो या अनंत तक के सफ़र के बाद फिर हो... कà¥à¤› पता नहीं, इसीलिठहर मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ को इतना यादगार बना दो की कल कितना ही लंबा सफ़र हो,यादों की ताज़गी जिंदगी महकाती रहें....
*
"इनà¥à¤¹à¥€ दरखà¥à¤¤à¥‹ से गà¥à¤œà¤¼à¤°à¥‡ थे पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ से वो पल,
आज इनà¥à¤¹à¥€ से खामोशियाठगà¥à¤œà¤°à¤¤à¥€ हैं.
यूठतो सदियों से मैं तनà¥à¤¹à¤¾ रहा था,
मगर आज हर पल तेरी आरजू पलती है."
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***हे ईशà¥à¤µà¤° मà¥à¤à¥‡ सफल करना मेरी कसम पूरी करने में, धैरà¥à¤¯ देना, शकà¥à¤¤à¤¿ देना की अब इन लबों पर उसका नाम ना आठकà¤à¥€....****
हे ईशà¥à¤µà¤° सबका à¤à¤²à¤¾ कर, सबके सपने पूरे कर. मेरे पापों को कà¤à¥€ माफ़ मत करना, ग़लती से जो à¤à¤²à¤¾à¤ˆ कà¤à¥€ मैने की वो मेरे अपनों में बाà¤à¤Ÿ देना ईशà¥à¤µà¤°.... "मà¥à¤à¥‡ किसी चीज़ की आरजू नहीं हैं, जो मेरा है वो मà¥à¤à¥‡ मिल के रहेगा.."
इस परम सतà¥à¤¯ धरा पर इतने अधिक तजà¥à¤°à¤¬à¥‹à¤‚ के बीच मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ तेरा बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦......
इति असà¥à¤¥à¤¿...
रोज दिन बीतता है, और ठपà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ दरà¥à¤ªà¤£ मैं उन दिनों की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤ तà¥à¤ में उडेल देता हूà¤... इस à¤à¥€à¤¡à¤¼ में, अपनों का चारों ओर दायरा फैला है,, मैं हंसता à¤à¥€ हूà¤, बोलता à¤à¥€ हूठमगर मेरी खामोशियाà¤, मेरे दिल के राज कोई à¤à¥€ नही समठसका आज तक.... अफ़सोस तो होता है मगर à¤à¤• अतृपà¥à¤¤ संतà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ à¤à¥€ कि मैं अपने पथ "बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤°à¤¾à¤•à¥à¤·à¤¸" बनने में अगà¥à¤°à¤¸à¤° हूà¤.... किसी ने अà¤à¥€ हाल में कहा की "à¤à¤—वान आपको आपकी खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾à¤, सपने दे." मगर कà¥à¤¯à¤¾ ये कहने से पहले वो ये नहीं जानते थे की मेरी खà¥à¤¶à¥€, मेरा सपना केवल वो हैं.... पलटकर बीते हà¥à¤ सालों की ओर देखता हूठतो पता हूठतनà¥à¤¹à¤¾, खामोश मैं,,, और आज à¤à¤• à¤à¥€à¤¡à¤¼ घेरे है मगर मलिक आपके बिना तनà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ का घेरा कितना घनघोर हो गया है.... आपका और मेरा कà¥à¤¯à¤¾ रिशà¥à¤¤à¤¾ है ? , आप मेरे बारे में कà¥à¤¯à¤¾ सोचते हो ? कà¥à¤› à¤à¥€ पता नहीं, मगर हर बार ये खामोशियाठà¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ करती हैं की शायद अà¤à¥€ à¤à¥€ नाउमà¥à¤®à¤¿à¤¦à¥€ के बदल नही छाठहैं... आपने मेरे दिन को याद रखा और मेरी खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दोगà¥à¤¨à¤¾ कर दिया.... "मगर आज à¤à¥€ आपकी खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾à¤, आपकी चाहत मेरी à¤à¥€ हैं,, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आप तक पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ में अगर मैं खà¥à¤¦ टूट à¤à¥€ जाऊं तो मंजूर होगा...." शायद बेपनाह मोहबà¥à¤¬à¤¤, सचà¥à¤šà¤¾ दिल आज à¤à¥€ लोगों को पसंद नहीं....
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छà¥à¤Ÿà¤•à¥€ à¤à¥€ देहरादून गयी है और मैं यहाठअकेला हूठऔर इन बड़े सà¥à¤¯à¤¾à¤¹ दिनों को अकेले काट रहा हूà¤,, और शायद अब आदत à¤à¥€ डाल लेनी चाहिà¤,, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तू या कोई à¤à¥€ कितने à¤à¥€ वादे करे, जाना सबने है... और किसी के बिना किसी की जिंदगी रà¥à¤•à¥€ नहीं, ना ही रà¥à¤•à¥‡à¤—ी... आदतें अकà¥à¤¸à¤° हमें ही कमजोर और कमजोर बना देती हैं... मगर कमज़ोरियों का नाम ही जिंदगी है....
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ठखà¥à¤¦à¤¾ खà¥à¤¦ से नाराज़ हूà¤, और बहà¥à¤¤ ही ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ अशांत है मन,, शांति बखà¥à¤¸ मà¥à¤à¥‡ और धैरà¥à¤¯, सà¥à¤•à¥‚न का संचार कर.... रà¥à¤–सत से पहले पल à¤à¤° ही सही मà¥à¤à¥‡ जो समà¤à¥‡ से मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ ज़रूर नसीब कर.... "धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦"...
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***हे ईशà¥à¤µà¤° मà¥à¤à¥‡ सफल करना मेरी कसम पूरी करने में, धैरà¥à¤¯ देना, शकà¥à¤¤à¤¿ देना की अब इन लबों पर उसका नाम ना आठकà¤à¥€....****
हे ईशà¥à¤µà¤° सबका à¤à¤²à¤¾ कर, सबके सपने पूरे कर. मेरे पापों को कà¤à¥€ माफ़ मत करना, ग़लती से जो à¤à¤²à¤¾à¤ˆ कà¤à¥€ मैने की वो मेरे अपनों में बाà¤à¤Ÿ देना ईशà¥à¤µà¤°.... "मà¥à¤à¥‡ किसी चीज़ की आरजू नहीं हैं, जो मेरा है वो मà¥à¤à¥‡ मिल के रहेगा.."
इस परम सतà¥à¤¯ धरा पर इतने अधिक तजà¥à¤°à¤¬à¥‹à¤‚ के बीच मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ तेरा बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦......
इति असà¥à¤¥à¤¿...
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ठदरà¥à¤ªà¤£ à¤à¤• दिन और बीत गया है, मृतà¥à¤¯à¥ कलश के लिठमैं दिन की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤ समेटे फिर हाज़िर हूà¤,
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अजीब इतà¥à¤¤à¥‡à¤«à¤¼à¤¾à¤• है जिंदगी "आज ही का दिन था, पिछले साल रौनक थी, दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ का हà¥à¤œà¥‚म संग था, मगर आज ना वो à¤à¥€à¤¡à¤¼ थी, ना हà¥à¤²à¥à¤²à¤¡à¤¼, संग कà¥à¤› ही दोसà¥à¤¤ थे... मगर खà¥à¤¶ हूठकी सचà¥à¤šà¥‡ थे.... " कà¤à¥€ कà¤à¥€ सोचता हूठकी अगर छà¥à¤Ÿà¤•à¥€ को आज की तारीख में मà¥à¤ से दूर कर दिया जाठतो जिंदगी कैसी हो जाà¤à¤—ी मेर...??? सोचने में ही रूह कांप जाती है, मगर ये तो à¤à¤• दिन होना ही है.....
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काफ़ी शांत तरीके से चौबीसवां जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤¨ बीता,, अपनो की बधाइयों से दिल रोमांचित रहा..... सबसे खà¥à¤¶ करने वाली बात की आज सà¥à¤¬à¤¹ उसने कॉल करके मà¥à¤à¥‡ बधाइयाठदी... बहà¥à¤¤ खà¥à¤¶ हूà¤, लग रहा है की जहाठमैं हू इसे ही सातवाठआसमान कहते हैं....
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"ठखà¥à¤¦à¤¾ कà¤à¥€ मिलेगा तो शिकायत नहीं, तà¥à¤à¥‡ अपना दरà¥à¤¦ ठदिल सà¥à¤¨à¤¾à¤à¤à¤—े,
तेरी आà¤à¤–ें à¤à¥€ ना हà¥à¤ˆ नम, तो खà¥à¤¦ की खà¥à¤¦à¥€ मिटा दूà¤à¤—ा मैं......"
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ठखà¥à¤¦à¤¾ सबको खà¥à¤¶ रखना,,, छà¥à¤Ÿà¤•à¥€ तेरी डाइरी à¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ का इंतेजार करता करता सो रहा हूà¤..... "तू ठीक हो बस ये ही मà¥à¤à¥‡ खà¥à¤¶ कर देगा..."...
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***हे ईशà¥à¤µà¤° मà¥à¤à¥‡ सफल करना मेरी कसम पूरी करने में, धैरà¥à¤¯ देना, शकà¥à¤¤à¤¿ देना की अब इन लबों पर उसका नाम ना आठकà¤à¥€....****
हे ईशà¥à¤µà¤° सबका à¤à¤²à¤¾ कर, सबके सपने पूरे कर. मेरे पापों को कà¤à¥€ माफ़ मत करना, ग़लती से जो à¤à¤²à¤¾à¤ˆ कà¤à¥€ मैने की वो मेरे अपनों में बाà¤à¤Ÿ देना ईशà¥à¤µà¤°.... "मà¥à¤à¥‡ किसी चीज़ की आरजू नहीं हैं, जो मेरा है वो मà¥à¤à¥‡ मिल के रहेगा.."
इस परम सतà¥à¤¯ धरा पर इतने अधिक तजà¥à¤°à¤¬à¥‹à¤‚ के बीच मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ तेरा बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦......
इति असà¥à¤¥à¤¿...
"शà¥à¤ रातà¥à¤°à¤¿"
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ठदरà¥à¤ªà¤£ à¤à¤• दिन और बीत गया है, मृतà¥à¤¯à¥ कलश के लिठमैं दिन की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤ समेटे फिर हाज़िर हूà¤,
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देखते देखते कई दिन यूठही नषà¥à¤Ÿ हो गये ठमेरे पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ दरà¥à¤ªà¤£,,, इस बीच काफ़ी थकान, à¤à¥à¤‚à¤à¤²à¤¾à¤¹à¤Ÿ, और अपनी तनà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ को दिल से महसूस किया मैने, पंदà¥à¤°à¤¹ को जब मेरठमें था तो दीपू à¤à¥€ जा चà¥à¤•à¤¾ था पेपर देने तो तनà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ का आलम कà¥à¤› ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ छा गया और मैने लिखा :-
"सनà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¥‹ के सहर में,
अलà¥à¤«à¤¾à¤œà¥‹à¤‚ के दरिया को जाने कौन?
मतलबी, फरबी ये जहाà¤,
सचà¥à¤šà¤¾ दिल यहाठपहचाने कौन?
मà¥à¤–ौटों में छà¥à¤ªà¤¾à¤•à¤° जमीर अपना,
अकà¥à¤¸ की मोहबà¥à¤¬à¤¤ को जाने कौन?
टूटा बहà¥à¤¤, खà¥à¤¦ को बिखरने ना दिया मैने,
कौन हूठमैं, मेरी औकात जाने कौन?
à¤à¤• रोज से रोया, à¤à¤• रोज तक रोया,
आà¤à¤¸à¥à¤“ं को हà¤à¤¸à¥€ में छिपा लिया,
आख़िर मेरे दिल के दरà¥à¤¦ को जाने कौन?
रोज मà¥à¤•à¥à¤Ÿà¤²à¥€à¤«à¤¼ होता हूठउस दौर से जब संग थी तू,
उसी से जीटा हूà¤, वरà¥à¤¨à¤¾ मारा हूठया जिया ये जाने कौन ?
ग़लत सही à¤à¤• नाकाम आरजू बà¥à¤¨à¥€ मैने,
तूने मà¥à¤à¤¹ मोड़ा तो जाना मोहबà¥à¤¬à¤¤ है कौन?
अà¤à¥€ à¤à¥€ कलाम बà¥à¤¨ रही है दिल ठअलà¥à¤«à¤¼à¤¾à¤œà¤¼ मेरे,
मगर दिल का दरà¥à¤¦ आà¤à¤–ों की नामी जाने कौन????
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दिलà¥à¤²à¥€ सहर मà¥à¤à¥‡ कà¤à¥€ पसंद नहीं मगर इस बार जब वहाठगया तब से लौटने तक, जब जब à¤à¥€ में उन जगहों से गà¥à¤œà¤°à¤¾ जहाठपिछली बार ही हम साथ थे और आज अलग..... तो दिल बहà¥à¤¤ उदास रहा,,, मगर बड़ना जिंदगी है.....
मेरा सालों से मानना है की जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤¨ तो हम जशà¥à¤¨ के साथ मानते हैं और कहीं ना कहीं वो खास दिन जो हमारे जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤¨ से ठीक पहले वाला दिन है बेचारा उपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ रह जाता है.... जबकि हमारे पिछले पूरे à¤à¤• साल के करà¥à¤®, दà¥à¤·à¥à¤•à¤°à¥à¤®à¥‹à¤‚ का वो साकà¥à¤·à¥€ रहा होता है... और जाते जाते हर हसीन पल को हमारी यादों में बसाकर चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª इतना दूर चला जाता है की फिर कà¤à¥€ नहीं आता,,, मेरा à¤à¥€ कल जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤¨ है,,, चौबीस वरà¥à¤· पूरे हो जाà¤à¤à¤—े मà¥à¤à¥‡ और बस तेईसवें वरà¥à¤· के आख़िरी टीस मिनिट बचे है दरà¥à¤ªà¤£... और मैं तेरे साथ मà¥à¤•à¥à¤¤à¤²à¤¿à¤« हूà¤.... à¤à¤• चीज़ जो कबूल करता हूठ"मैं उसे चाहता हूà¤,,,," à¤à¤• कोशिश "मैं आगे बड़ूà¤à¤—ा...."...
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देखो कल कौन कौन अपने मेरे दिन को हसीन बनाते हैं, अà¤à¥€ दरà¥à¤ªà¤£ इतना ही,
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***हे ईशà¥à¤µà¤° मà¥à¤à¥‡ सफल करना मेरी कसम पूरी करने में, धैरà¥à¤¯ देना, शकà¥à¤¤à¤¿ देना की अब इन लबों पर उसका नाम ना आठकà¤à¥€....****
हे ईशà¥à¤µà¤° सबका à¤à¤²à¤¾ कर, सबके सपने पूरे कर. मेरे पापों को कà¤à¥€ माफ़ मत करना, ग़लती से जो à¤à¤²à¤¾à¤ˆ कà¤à¥€ मैने की वो मेरे अपनों में बाà¤à¤Ÿ देना ईशà¥à¤µà¤°.... "मà¥à¤à¥‡ किसी चीज़ की आरजू नहीं हैं, जो मेरा है वो मà¥à¤à¥‡ मिल के रहेगा.."
इस परम सतà¥à¤¯ धरा पर इतने अधिक तजà¥à¤°à¤¬à¥‹à¤‚ के बीच मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ तेरा बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦......
इति असà¥à¤¥à¤¿...
"शà¥à¤ रातà¥à¤°à¤¿"
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ठदरà¥à¤ªà¤£ à¤à¤• दिन और बीत गया है, मृतà¥à¤¯à¥ कलश के लिठमैं दिन की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤ समेटे फिर हाज़िर हूà¤,
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दिन काफ़ी मसà¥à¤¤ था, दिन à¤à¤° यारों के बीच ही था तो काफ़ी मज़ा आया.... à¤à¤• अचà¥à¤›à¥€ चीज़ की आज मेरा काफ़ी पहले à¤à¤°à¥‡ हà¥à¤ à¤à¤• फॉरà¥à¤® का पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ पतà¥à¤° आ गया.... अब काफ़ी मेहनत करनी है मगर उससे पहले à¤à¤• टूर बनाना पड़ेगा.... १५-१८ तक.... उसके बाद सब कà¥à¤› बंद और तगड़ी मेहनत शà¥à¤°à¥‚... "सॉरी छà¥à¤Ÿà¤•à¥ तेरा सरà¥à¤ªà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤œà¤¼ होली के बाद मिलेगा डियर,,, अà¤à¥€ मेहनत करने का समय आ गया है....."
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डियर तू मज़े करना और पà¥à¤²à¥€à¤œà¤¼ अपना ख़याल रखना रे,,,, जलà¥à¤¦à¥€ मà¥à¤²à¤¾à¤•à¤¾à¤¤ होगी तà¥à¤à¤¸à¥‡.... अà¤à¥€ काई महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कम निपटने है मà¥à¤à¥‡....
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***हे ईशà¥à¤µà¤° मà¥à¤à¥‡ सफल करना मेरी कसम पूरी करने में, धैरà¥à¤¯ देना, शकà¥à¤¤à¤¿ देना की अब इन लबों पर उसका नाम ना आठकà¤à¥€....****
हे ईशà¥à¤µà¤° सबका à¤à¤²à¤¾ कर, सबके सपने पूरे कर. मेरे पापों को कà¤à¥€ माफ़ मत करना, ग़लती से जो à¤à¤²à¤¾à¤ˆ कà¤à¥€ मैने की वो मेरे अपनों में बाà¤à¤Ÿ देना ईशà¥à¤µà¤°.... "मà¥à¤à¥‡ किसी चीज़ की आरजू नहीं हैं, जो मेरा है वो मà¥à¤à¥‡ मिल के रहेगा.."
इस परम सतà¥à¤¯ धरा पर इतने अधिक तजà¥à¤°à¤¬à¥‹à¤‚ के बीच मà¥à¤à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¾ तेरा बहà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦......
इति असà¥à¤¥à¤¿...
"शà¥à¤ रातà¥à¤°à¤¿"
Own a diary. Keep note of what is going on in your life. It would be amazing to look at it few years down the line. Or, you can have a diary of your imagination. A life you want to live. Note down what your character will be doing each day. Live a different life. You can keep it personal. Create one now. You'll love this concept. Login to create new.