मौसम बेवक्त ही बरसेंगे नैन दरश को तरसेंगे मौन जुबां बस रह जायेगा जाती हो तो Read More
कुछ रंग है दीप दीवाली के कुछ रंग है रंग रंगोली के कुछ रंग रंगीली Read More
बेजान जान मन चैन है खोया मद्धम है स्पंद हृदय का साँसों की सरगम होठों से करती Read More
अपनी आँखों से इक बार पिला दे साकी इस दिवाने को भी मयकसी सिखा दे साकी गिरता है Read More
जैसे कोई कहानी शुरू होने से पहले ही ख़त्म हो गयी हो जैसे कोई स्वप्न कोई Read More
देकर अश्क आँखों में हंसायेगा कौन रूठ जाउं अगर मैं तो मनायेगा कौन तेरी बालों Read More
तेरे घर की रौशन खातिर बाती बन जल जाउं मैं जो मिले खुशी मेरे जाने Read More
इंतजार करने की आदत इतनी पङ चुकी थी की कभी - कभार इंतजार भी मुझे टोक देता था , ... Read More